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Friday, December 6, 2019

Introduction to Computer Most Important Question and Answer One Liner


Introduction to Computer (कंप्यूटर का परिचय)

Hello Friends,
दोस्तों, इस पोस्ट में Introduction to Computer के सभी महत्पूर्ण question answer one liner के रूप में शामिल किये गए हैं, जो CCC Exam व सभी one day Exam के लिए बहुत जरुरी हैं, तो दोस्तों इस पोस्ट में आसान शब्दों में सभी को पढ़िए-


computer


Ø कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है
Ø कंप्यूटर का सुद्ध हिन्दी नाम संगणक है
Ø कंप्यूटर दिए गए इंस्ट्रक्शन के अनुसार कार्य करता है
Ø कंप्यूटर को दिए जाने वाले इंस्ट्रक्शन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में दिए जाते हैं
Ø कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी के कंप्यूट नामक शब्द से हुई है
Ø कंप्यूट का अर्थ होता है - गणना करना, अतः हम कंप्यूटर को गणना करने वाली मशीन कह सकते हैं
Ø कंप्यूटर मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं – एनालॉग , डिजिटल और हाइब्रिड
Ø एनालॉग कंप्यूटर फिजिकल नेचर के इनफार्मेशन जैसे – तापमान , दबाव इत्यादि को प्रोसेस करते हैं
Ø ऐसे कंप्यूटर जिसका प्रयोग गणितीय गणनाए करने के लिए किया जाता है, उसे डिजिटल कंप्यूटर कहा जाता है
Ø डिजिटल कंप्यूटर डाटा एवं इनफार्मेशन को बाइनरी फॉर्म में प्रोसेस करते हैं
Ø ऐसे कंप्यूटर जिसमे एनालॉग और डिजिटल दोनों प्रकार के कंप्यूटर के गुण पाए जाते हैं, उसे हाइब्रिड कंप्यूटर कहते हैं
Ø सबसे छोटा कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर होता है
Ø माइक्रो कंप्यूटर को होम कंप्यूटर और पर्सनल कंप्यूटर(PC) भी कहा जाता है
Ø माइक्रो कंप्यूटर सिंगल यूजर होता है अर्थात इस पर एक बार में केवल एक ब्यक्ति ही कार्य कर सकता है
Ø मिनी कंप्यूटर, माइक्रो कंप्यूटर से अधिक छमतावान होता है
Ø मिनी कंप्यूटर मल्टीयूज़र होता है अर्थात इस पर एक साथ एक समय में एक से अधिक लोग कार्य कर सकते हैं
Ø मेनफ़्रेम कंप्यूटर उच्च भण्डारण छमता वाला होता है
Ø वे कंप्यूटर जो 500 मेगा फ्लॉप्स की गति से कार्य करते हैं उन्हें सुपर कंप्यूटर कहते हैं
Ø सुपर कंप्यूटर सबसे तेज कंप्यूटर होते हैं
Ø पहला सुपर कंप्यूटर क्रे-1 वर्ष 1976 में क्रे रिसर्च कंपनी द्वारा बनाया गया था
Ø भारत का पहला सुपर कंप्यूटर परम या परम-8000 या परम-10000 है
Ø परम को सी-डेक द्वारा बिकसित किया गया था

Speed (गति)

Ø कंप्यूटर की गति को MIPS (Million Instructions Per Second) में मापा जाता है
Ø प्रोसेसर की गति को MHz (Megahertz) या GHz (Gigahertz) में अभिब्यक्त किया जाता है
Ø प्रिंटर की गति को PPM (Page Per Minute) या IPM (Images Per Minute) में मापा जाता है
Ø प्रिंटर के Resolution अर्थात प्रिंटिंग क्वालिटी को DPI (Dots Per Inch) में मापा जाता है

History of Computer (कंप्यूटर का इतिहास)

Ø अबेकस को पहली गणना करने वाली मशीन अर्थात पहला कंप्यूटर कहा जाता है
Ø अबेकस का अबिष्कार ली काई चेन ने किया था
Ø कैलकुलेटर और adding मशीन का अविष्कार ब्लैस पास्कल ने किया था
Ø पंचकार्ड का आबिष्कार हरमन होलेरिथ ने किया था
Ø IBM (International Business Machine) की अस्थापना हरमन होलेरिथ ने किया था
Ø डिफरेंस इंजन और एनालिटिकल इंजन का आबिष्कार चार्ल्स बैवेज ने किया था
Ø चार्ल्स बैवेज ने सबसे पहले एनालिटिकल इंजन में मेमोरी का प्रयोग किया था, जिसके कारण इन्हे कंप्यूटर का जनक कहा जाता है
Ø पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर मार्क-1 था
Ø पहला डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) था
Ø ENIAC का आबिष्कार John Mauchly और John Eckert ने किया था

Generation of Computer (कंप्यूटर की पीढ़ी)

Ø अब तक कंप्यूटर की पांच पीढ़ी आ चुकी हैं
Ø पहली पीढ़ी में वैकुम ट्यूब नामक तकनीक का प्रयोग किया गया था
Ø दूसरी पीढ़ी में ट्रांजिस्टर का उपयोग किया गया था
Ø ट्रांजिस्टर का आबिष्कार बार्डीन और शोक्ले ने किया था
Ø तीसरी पीढ़ी में IC (Integrated Circuit) का उपयोग किया गया था
Ø IC का आबिष्कार J.S. Kilby (किल्वी) ने किया था
Ø चौथी पीढ़ी में माइक्रो प्रोसेसर का उपयोग हुआ था
Ø पहल प्रोसेसर INTEL 4004 था जिसे टेड हाफ (Ted Hoff ) द्वारा बनाया गया था
Ø पांचवी पीढ़ी में AI (Artificial Intelligence) अर्थात कृत्रिम बुधिमत्ता का उपयोग किया गया था
Ø AI का आबिष्कार M.C.Carthy (मकार्थी) ने किया था

Computer Hardware ( हार्डवेयर अर्थात लोहे का सामान)

कंप्यूटर सिस्टम के वे सभी भाग जिन्हें हम देख व छू सकते हैं, हार्डवेयर कहलाते हैं। जैसे CPU, printer, scanner,pen drive etc.

CPU (Central Processing Unit)

cpu

Ø CPU को कंप्यूटर का ब्रेन और माइक्रो प्रोसेसर कहा जाता है
Ø CPU के तीन भाग MU (Memory Unit), ALU (Arithmetic Logic Unit) और CU (Control Unit) होते हैं
Ø MU में सभी सुचनाये स्टोर होती हैं
Ø MU को रजिस्टर कहा जाता है
Ø ALU समस्त प्रकार के गणितीय और तार्किक क्रियाये करता है
Ø ALU को कंप्यूटर का हृदय कहा जाता है
Ø CU कंप्यूटर के कार्यो को नियंत्रित करता है
Ø CU को नर्व सिस्टम अर्थात तंत्रिका तंत्र कहा जाता है

processor

Input Device:-

जिस डिवाइस के द्वारा कंप्यूटर सिस्टम को निर्देश दिया जाता है, उसे इनपुट डिवाइस कहते हैं जैसे – कीबोर्ड, माउस, जॉयस्टिक, ट्रैकबॉल, लाइटपेन, स्कैनर, कार्ड रीडर, कैमरा, टच स्क्रीन, इत्यादि

Keyboard:-

:-Ø इसका आबिष्कार क्रिस्टोफर लाथम शोल्स ने किया था
Ø सामान्यतः एक कीबोर्ड में १०४-१०८ बटन होते हैं
Ø कीबोर्ड तीन प्रकार का होता है- Standard, Multimedia और Wireless
Ø कीबोर्ड में पांच प्रकार के बटन होते हैं-
(i) Alphabetic Keys (A – Z)
(ii) Numeric Keys (0 - 9)
(iii) Function Keys (F1 – F12)
(iv) Cursor Control Keys/ Movement keys/ Arrow keys
(v) Special Keys (Alt, Shift, Ctrl, Home, End, Insert, Delete, etc.)
Ctrl, Shift, Alt को Modifier key भी कहा जाता है

Mouse:-


 mouse

Ø माउस एक इनपुट डिवाइसPointing Device है
Ø माउस का आबिष्कार डगलस कार्ल एन्गेल्बर्ट ने किया था
Ø माउस में तीन बटन होते हैं
Ø ऐसा इनपुट डिवाइस जिसके द्वारा कंप्यूटर स्क्रीन पर पर्दर्शित हो रहे किसी कमांड या आप्शन को सेलेक्ट किया जाता है उसे pointing डिवाइस कहते हैं

Joystick:-

Ø यह भी एक पोइंटिंग डिवाइस है इसका आबिष्कार रोबर्ट एस्नौल्ट पेल्टेरी ने किया था
Ø Joystick से गेम खेलना आसान हो जाता है

Trackball:-

Ø यह भी एक पोइंटिंग डिवाइस है इसका आबिष्कार टॉम क्रैन्स्टम और फ्रेड longstaff ने किया था

Light Pen:-

Ø यह भी एक पोइंटिंग डिवाइस है इसका आबिष्कार बेन गुरले ने किया था

Scanner:-

Ø Scanner एक इनपुट डिवाइस है
Ø scanner का आबिष्कार रेमंड रे कुर्जवेल ने किया था
Ø scanner मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है
1. Optical Scanner
Ø ऑप्टिकल स्कैनर तीन प्रकार के होते हैं-
(i) OCR (Optical Character Reader/Recognition)
(ii) OBR (Optical Bar-Code Reader/Recognition)
(iii) OMR (Optical Mark Reader/Recognition)
2. MICR (Magnetic Inck Character Reader/Recognition)

Camera:-

Ø कैमरा एक इनपुट डिवाइस है
Ø कैमरा का आबिष्कार ईराकी वैज्ञानिक इब्न-अल-हज़ैन  ने किया था
Ø कैमरा कंप्यूटर से USB (Universal Serial Bus) Port के मध्यम से जोड़ा जाता है
Ø पोर्ट दो प्रकार के होते हैं- USB और PS/2 

Output Device:-

Ø ऐसे डिवाइस जिनका प्रयोग दिए गए इंस्ट्रक्शन का रिजल्ट प्राप्त करने के लिए किया जाता है उसे आउटपुट डिवाइस कहते हैं जैसे- प्रिंटर, प्लॉटर, मॉनिटर, प्रोजेक्टर, साउंड, इत्यादि

Printer:-

Ø Printer का आबिष्कार जोहन्नेस गुटेनबर्ग ने किया था
Ø ऐसा डॉक्यूमेंट जो हम कंप्यूटर स्क्रीन पर देखते हैं उसे Soft Copy और जब यही डॉक्यूमेंट प्रिंटर से पेपर पर प्रिंट कर लिया जाता है तो उसे Hard Copy कहते हैं
Ø प्रिंटर दो प्रकार के होते हैं – Impact और Non-Impact printer 
Ø इम्पैक्ट प्रिंटर प्रिंटिंग के दौरान Strike (चोट) करता है जबकि नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर में strike नहीं होती है बल्कि स्याही की एक फुहार छोड़ता है
Ø सबसे उच्च गुणवत्ता का प्रिंटर लेज़र प्रिंटर होता है
Ø लाइन प्रिंटर वा करैक्टर प्रिंटर में लाइन प्रिंटर अधिक तेज होता है
Ø प्रिंटर की प्रिंटिंग क्वालिटी को DPI(Dots Per Inch) में मापा जाता है

Monitor:-

Ø Monitor को VDU(Visual Display Unit) भी कहा जाता है
Ø मॉनिटर का आबिष्कार John Ericsson ने किया था
Ø मॉनिटर मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं-
1. CRT (Cathode Ray Tube)
a) Monochrome/ Black and White
b) Color
2. LCD (Liquid Crystal Display)
a) TFT (Thin Film Transister)
b) LED (Light Emitting Diode)

Storage Device:-

Ø स्टोरेज डिवाइस दो प्रकार की होती है-
1. Primary Memory / Internal Memory:-
Ø यह किसी सिस्टम का आवश्यक व अभिन्न अंग होता है, जो सेमीकंडक्टर मटेरियल जैसे सिलिकॉन या जर्मेनियम का बना होता है यह भी दो प्रकार का होता है – RAM और ROM 
RAM (Random Access Memory)
RAM को मेन मेमोरी भी कहा जाता है
इसमे डाटा को लिखा और पढ़ा जा सकता है इसलिए इसे रीड राइट मेमोरी भी कहा जाता है
RAM प्रकृत में Volatile (परिवर्तनशील) होती है अर्थात इसमे लिखा गया डाटा समाप्त हो जाता है
RAM दो प्रकार का होता है- SRAM और DRAM 
ROM (Read Only Memory)
इसमे डाटा को केवल पढ़ा जा सकता है
ROM प्रकृत में Non-Volatile (अपरिवर्तनशील) होता है अर्थात इसमे लिखा गया डाटा समाप्त नहीं होता है
कंप्यूटर के on होते ही ROM का BIOS (Basic Input Output System) नामक भाग सबसे पहले लोड होता है
ROM को तीन भागो में बाटा गया है- PROM , EPROM और EEPROM 

2. Secondary Memory / External Memory / Auxiliary Memory


ऐसे डिवाइस जो कंप्यूटर में बहार से लगाये जाते हैं उसे सेकेंडरी मेमोरी जाता है जैसे- फ्लॉपी डिस्क, हार्ड डिस्क, मैग्नेटिक मेमोरी, सीडी, डीवीडी, पेन ड्राइव इत्यादि


pen drive

Floppy Disk

एक माइक्रो फ्लॉपी में 1.4 mb डाटा जबकि एक मिनी फ्लॉपी में अधिकतम 1.2 mb डाटा स्टोर करके रखा जा सकता है

Storage Unit of Memory
Bit (Binary Digit) = 1,0
4 Bit             = 1 Nibble
8 Bit             = 1 Byte
1 Byte          = 1 Character
1024 byte     = 1 KB (Kilo Byte)
1024 KB      = 1 MB (Mega Byte)
1024 MB     = 1 GB (Giga Byte)
1024 GB      = 1 TB (Tera Byte)


Software

प्रोग्रामो का ऐसा समूह जो कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस किये जाने वाले कार्यो को सुनिश्चित करता है और साथ ही कंप्यूटर सॉफ्टवेर को कार्य करने के योग्य बनाता है सॉफ्टवेयर कहलाता है
सॉफ्टवेयर दो प्रकार के होते हैं- सिस्टम सॉफ्टवेर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेर
निर्देशों का ऐसा समूह जो किसी खास कार्य को प्रोसेस करता है, प्रोग्राम कहलाता है
सॉफ्टवेयर के विकास की प्रक्रिया को प्रोग्रामिंग कहते हैं
Dos, Linux, Unix, Windows, Ubuntu, Mac etc. लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम का उदहारण है
कंप्यूटर केवल मशीन लैंग्वेज ही समझता है
लैंग्वेज ट्रांसलेटर तीन प्रकार के होते हैं- असेम्बलर, इंटरप्रेटर और कम्पाइलर 
असेम्बलर, असेंबली लैंग्वेज में लिखे गए प्रोग्राम को मशीन लैंग्वेज में ट्रांसलेट करता है
इंटरप्रेटर, प्रोग्राम की एक एक लाइन को तथा कम्पाइलर पूरे प्रोग्राम को एक बार में ही मशीन लैंग्वेज में ट्रांसलेट कर देता है
किसी प्रोग्राम में मौजूद गलतियों को बग्स या ग्लिच कहा जाता है तथा बग्स को प्रोग्राम से हटाने की प्रक्रिया को डिबग कहा जाता है

Programming Language

प्रोग्रामिंग लैंग्वेज मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं
पहली हाई लेवल लैंग्वेज FORTRAN है
बाइनरी नंबर का बेस दो होता है


दोस्तों, अच्छी चीजे शेयर करनी चाहिए। इस पोस्ट को अपने जानने वाले दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे। जिससे उन्हें भी ये जानकारी प्राप्त हो सके। 
धन्यवाद !

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